पुराने समय में जब बच्चे स्कूल जाया करते थे तो उनको किसी बात की कोई भी टेंशन नहीं होती थी। वे अपना बचपन खुल कर जीते थे। उन्हें अपने भविष्य को लेकर कोई भी दिलचस्पी नहीं थी। पहले के बच्चे तो अपने वर्तमान में ही जीते थे। लेकिन आज समय बदल गया है। आज तो दसवीं पास करते ही पढ़ने वाले बच्चों के साथ साथ उनके माता पिता की भी सबसे बड़ी टेंशन यही होती है कि स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद क्या करें कि आगे का Carrier अच्छा हो जाए। ऐसी कौनसी Field में जाये या ऐसा कौनसा कोर्स करे जिससे उन्हें सही नौकरी मिल जाये। यही सोचते हुए उनका हर दिन गुजरता है, जब तक कोई सही रास्ता दिखाने वाला ना मिले। हम भी आज यही सोचते हैं कि काश कोई हमें भी सही रास्ता दिखता और हमारा भी मार्गदर्शक बनता तो आज हम भी कहाँ से कहाँ होते। अगर आपने भी स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हैं, तो हम आपको ऐसे कोर्स की जानकारी देना चाहते हैं, जिसके तुरंत बाद आपको नौकरी मिल सकती है ।
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IPS क्या है।
स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद जो भी विद्यार्थी पुलिस की नौकरी करने में रूचि रखते हैं। उनके लिए IPS बहुत अच्छा विकल्प है। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है वे इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं । यदि आप पहले से जानते हैं कि IPS क्या है तो आपको यह भी पता होगा कि IPS बनने के फायदे क्या-क्या है। कई ऐसे भी विद्यार्थी हैं, जिन्होंने इसका नाम तो सुना हुआ होता हैं, लेकिन उन्हें पता ही नहीं होता कि IPS सिलेबस में क्या पढ़ना है। ऐसे विद्यार्थी स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद में IPS की जानकारी लेते हैं। लेकिन अगर आपको इस बारे में कुछ भी नहीं पता है तो फिर इस पोस्ट में आपको हम सारी जानकारी देंगे।IPS का मतलब होता है ”Indian Police Service” हिंदी में इसका अर्थ है, अखिल भारतीय सेवा। आजकल अधिकतर विद्यार्थियों का सपना होता है की वो IPS ऑफिसर बने। IPS बनने के लिए सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करनी पड़ती है। IPS के लिए 8 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में बैठते हैं लेकिन केवल 600 या 700 ही IPS बन पाते हैं।
IPS में मुख्य रूप से 2 Exam होते हैं।1. प्रीलिम्स परीक्षा (Primilinary Exam ) : इसमें 200-200 अंकों के दो पेपर होते हैं। दोनों ही पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रश्न (आब्जेक्टिव टाइप) पूछे जाते हैं।Paper – I: यह पेपर 200 अंकों का होता है। इस पेपर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय,समसामयिक विषय, भारतीय इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भारत और विश्व का भूगोल, भारतीय राजतंत्र और गवर्नेंस (संविधान, पॉलिटिकल सिस्टम, पंचायती राज, पब्लिक पॉलिसी), आर्थिक और सामाजिक विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट, गरीबी, जनसंख्या), इनवायरमेंटल इकोलॉजी, बायो-डायवर्सिटी, क्लाइमेट चेंज और जनरल साइंस जैसे विषयों से वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए समय सीमा 2 घंटे है।Paper – II: यह पेपर भी 200 अंकों का होता है। इस पेपर में कॉम्प्रिहेंशन, इंटरपर्सनल स्किल्स, लॉजिकल रीजनिंग और एनालिटिकल एबिलिटी, डिसिजन मेकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग, जनरल मेंटल एबिलिटी, बेसिक न्यूमरेसी और डेटा इंटरप्रिटेशन (चार्ट, ग्राफ, टेबल) से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। इसके लिए समय सीमा 2 घंटे है।2. मुख्य परीक्षा (Main Exam): सिविल सर्विसेज़ के मुख्य परीक्षा (Main Exam) में लिखित परीक्षा और Interview शामिल है। लिखित परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें दो पेपर क्वालिफाइंग (A और B) और सात अन्य मेरिट के लिए हैं।(उम्मीदवारों को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल की गईं किसी भी एक भारतीय भाषा का चुनाव करना होगा)
Subject (विषय): अंग्रेजी और निबंध के अलावा निम्नलिखित विषय शामिल है:-1. भारतीय विरासत और संस्कृति, दुनिया और समाज का इतिहास, भूगोल2. गवर्नेंस, संविधान, राजतंत्र, सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध3. टेक्नोलॉजी, इकनॉमिक डेवलपमेंट, बायो-डायवर्सिटी, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन4. आचार नीति, अखंडता, एप्टीट्यूडसभी विषयों की लिखित परीक्षा का कुल योग 1750 होता है। अंतिम चरण का इंटरव्यू 275 का होता है इस तरह कुल अंक 2025 होते है ।Optional Subject (ऐच्छिक विषय) : उम्मीदवार एनिमल हस्बेंड्री, एग्रीकल्चर और वेटनरी साइंस, बॉटनी, मानव विज्ञान, केमिस्ट्री, सिविल इंजीनियरिंग, एकाउंटेंसी और कॉमर्स, इकनॉमिक्स, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,भू-विज्ञान, भूगोल, , इतिहास, लॉ, मैनेजमेंट, मकेनिकल इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंस,फिजिक्स, फिलॉसफी, पॉलिटिकल साइंस और अंतरराष्ट्रीय संबंध, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, मनोविज्ञान,स्टेटस्टिक्स, समाजशास्त्र, , जू़लॉजी और भाषा (बंगाली, असमिया, बोडो, गुजराती, डोगरी, हिंदी, कन्नड़,कोंकणी, कश्मीरी, मैथिली, मणिपुरी, मलयालम, सिंधी, संथाली, तमिल, तेलुगु, उर्दु और अंग्रेजी) में से किसी एक का चुनाव बतौर ऑप्शनल सब्जेक्ट कर सकते हैं।
Interview :-मुख्य परीक्षा (Main Exam) क्लियर करने के बाद उम्मीदवारों को Personal Interview Round के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू लगभग 45 मिनट का होता है। उम्मीदवार का इंटरव्यू एक पैनल के सामने होता है। इंटरव्यू के बाद एक Merit List तैयार की जाती है। Merit लिस्ट बनाते समय क्वालिफाइंग पेपर के नंबर नहीं जोड़े जाते हैं।
ट्रेनिंग (Training): चयनित उम्मीदवारों को 1 साल की ट्रेनिंग के लिए पहले मसूरी और फिर हैदराबाद भेजा जाता है। भावी पुलिस अधिकारियों को भारतीय दंड संहिता, स्पेशल लॉ और क्रिमिनोलॉजी की ट्रेनिंग दी जाती है। ऑफिसर्स को फिजिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है।
IPS ऑफिसर कैसे बनें।
इस पोस्ट के माध्यम से आपको पता चल जाएगा कि IPS ऑफिसर कैसे बनें । इस पोस्ट के माध्यम से IPS से जुड़ी जितनी भी संकाय हैं, हमने वह दूर करने की कोशिश की है और हमारा लेख पढ़ने के बाद में आपको इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे. बिना समय गवाए चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं कि IPS ऑफिसर कैसे बनें।IPS करने के लिए स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आपको UPSC के Exam के लिए aply करना होता है। इसके बाद आपको 2 Exam (Primilinary Exam और Main Exam ) पास करने होते हैं। आखिर में Interview होता है जिसे पास करने के बाद आपको ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है और आप एक IPS ऑफिसर बन जाते हैं।UPSC परीक्षा पास करने के अलावा स्टेट PSC एग्जाम पास करके भी IPS ऑफिसर बना जा सकता है। स्टेट लेवल का एग्जाम पास करने के बाद SP बनने में 8 से 10 साल का समय लगता है।यह जानकारी UPSC द्वारा जारी किये गए Notification के आधार पर दी जा रही है। विस्तृत जानकारी के लिए UPSC की Official वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाकर देख सकते हैं ।
हम आशा करते हैं की अब आपको आपके सवाल का जवाब मिल गया होगा की IPS ऑफिसर कैसे बनें। यदि आपको हमारा लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आपका दिन शुभ रहे।